ईसरा परमेसरा हरि रस
राजा उग्रसेन नुं आप्यो तु राज,किधौ जदुवंस तणो सिध काज।
किता वर पांडव ऊपर कीध,लाखाग्रह हूंत उगारिय लीध।।45।।
कवि अर्थावे है क
कृष्णावतार में आपने कंस का राज्य उग्रसेन को देकर यदुवंश का कार्य सिद्ध किया। पांडवों पर आपने कितने ही उपकार किये । उनको लाखागृह से बचाया ।
सवाई सिंह महिया
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