राजस्थानी सौरम
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Monday, 11 December 2017
राजिया रा सोरठा
अवनी रोग अनेक, ज्यांरो विधि किधौ जतन।
इण परकत री एक, रची न ओखद राजिया।।
कवि अर्थावे है क धरती माथै केई रोग है, जका रा भगवान इलाज बणाया, पण हे राजिया मिनख रा सभाव रा इलाज री एक भी दवा नीं बणाई।
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