लालजी बा नीं रिया
मायड़ भासा रा चावा अर ठावा आदरजोग लालदास जी राकेश रै सौ बरस पूरा कर शांत हुवण रा समंचार फेसबुक माथै मिल्या। उणा राजस्थानी भाषा मानता सारूं आखी उमर लड़ाई लड़ी। श्री कृष्णपाल सिंह राखी उणा ने श्रधांजलि देता तक लिख्या....
अंतस हेत अपार,मिळता जदैं महकता।
मानी कदै न हार,लौहपुरुष था लालजी।।
राजस्थानी सौरम कांनी सूं श्रधांजलि...
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