घणा तैराकु री रांड हुयां करै।
राजस्थानी
भासा में केई केबतां सीधी सट अर कड़ी आकरी है जका में रूखा अर कड़वा अंदाज
में बात पुरस देवे।बडेरा इण केबत में भी प्रतीकात्मक रूप सूं सीख देवे के
घणा तैराकु री रांड हुयां करै।मतलब घणो तैराक आपरी घणी हुंश्यारकी में ही
डूब जावै इण कारण सूं कहयां करै क घणो हुंश्यार मिनख आप री हुंश्यारकी में
ही धोखो खा लेवे। इण वास्ते इण केबत में ओ सन्देस देवे क घणी हुंश्यारकी
मिनखां ने फोड़ा घाल देवे।
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