टाबर पढेला किसान री राजस्थानी कहाणी
नागौर.
परलीका रा चर्चित राजस्थानी साहित्यकार रामस्वरूप किसान वास्तविक जीवन में
भी किसान है। ऊंटगाड़े माथै बैठ नित खेत जावण वाळा किसान राजस्थानी रा बड़ा
कथाकार अर कवि है। आ भी साची बात है क 65 बरस रा किसान आज भी खेत में कड़ी
मेहनत कर अर आप रा परिवार रौ पालण पोषण करे अर आप रौ मूळ काम धंधो साहित्य
सृजन ही बतावै। उणा री कहाणी 'गाय कठै बांधूं' माध्यमिक शिक्षा बोर्ड,
राजस्थान, अजमेर री बारहवीं री भणाई में राजस्थानी साहित्य विषय री
पाठ्यपुस्तक 'साहित्य सुजस' में शामिल करीजी। उणा री साहित खिमता रौ अंदाज
इणी बात सूं लगायो जा सके क राजस्थानी में लिख्योड़ी कहाणी ‘दलाल’ रौ
अंग्रेजी अनुवाद ‘द ब्रोकर’ क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बैंगलोर (कर्नाटक) रा
बी.ए./ बी.एससी. समेस्टर 4 रै अंग्रेजी पेपर अर महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी
कोट्टायम (केरला) रै आॅपन कोर्स आॅफ इंग्लिश पाठ्यक्रम में पढ़ाई जावै।
कविता संग्रह ‘आ बैठ बात करां’ उदयपुर रा जनार्दनराय नागर राजस्थान
विद्यापीठ विश्वविद्यालय रा राजस्थानी पाठ्यक्रम में पढ़ायो जावै।
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