बांट्या तो विद्या बढे, छाप्या बढे है बाड़ मीठा बोल्या मन बढे, कड़वा बोल्या राड़ मूल तो यह है बाकी राम जाणे फौजी
बांट्या तो विद्या बढे, छाप्या बढे है बाड़
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मूल तो यह है बाकी राम जाणे
फौजी