नागौर रा बंषीवाळा मिन्दर मांय लारला दोय सौ बरसां सूं भजन गाया जावै इणमें चतुरभुज तिवाडी अर रिखराम सेवग रा लिख्या भजन री बानगी बांचौ।
बद भादवा की अस्टमी कानूड़ा रै उपर आधी रात।
प्रगट भये संसार में कानूड़ा तीन लोक के नाथ।।
बद भादवा की अस्टमी कानूड़ा रै उपर आधी रात।
प्रगट भये संसार में कानूड़ा तीन लोक के नाथ।।
No comments:
Post a comment